Monday 28 February 2011

मंत्री ने दी सलाह- खूब पीयो शराब और सिगरेट

मास्‍को. एक ओर जहां पूरी दुनिया धूम्रपान और शराब पीने से स्‍वास्‍थ्‍य को होने वाले नुकसान को लेकर चिंतित है वहीं किसी सरकार की ओर से इस बुराई को बढ़ावा देने की खबर चौंकाने वाली लगती है।

रूस के वित्‍त मंत्री एलेक्‍सी कुदरीन ने देश के नागरिकों को छककर शराब पीने और जमकर सिगरेट के छल्‍ले उड़ाने को कहा है। उनका तर्क है कि ऐसा करने से टैक्‍स रेवेन्‍यू बढ़ेगा जिसे सामाजिक कार्यों पर खर्च किया जा सकेगा। समाचार एजेंसी इंटरफैक्‍स ने कुदरीन के हवाले से कहा, ‘यदि आप एक पैकेट सिगरेट पीते हैं तो इसका मतलब है कि आप सामाजिक समस्‍याओं को हल करने में सरकार की मदद कर रहे हैं।’

शराब और सिगरेट को बढ़ावा देने की सरकार की इस पहल को काफी आलोचना का सामना करना पड़ सकता है। यहां शराब और सिगरेट से होने वाली मौतों की दर भी काफी अधिक है। रूस में शराब पीने से हर साल पांच लाख लोगों की मौत हो जाती है। यहां 65 फीसदी पुरुष सिगरेट पीते हैं और औसत नागरिक हर साल 18 लीटर शराब पी जाता है।

रूस में नशे के शौकीनों की बढ़ती संख्‍या की वजह भी है। यहां अन्‍य यूरोपीय देशों की तुलना में अल्‍कोहल और सिगरेट पर लगने वाले टैक्‍स की दर काफी कम है। सरकार इन दरों में दोगुनी बढ़ोतरी करने की योजना बना रही है।

क्या दिमाग पाया है भई!

बीजिंग. यहां एक ड्राइवर ने चालान से बचने के लिए एक ऐसा यंत्र बना लिया जिससे नंबर प्लेट छिप जाती थी। ट्रैफिक पुलिस इस ट्रक में यह यंत्र लगा देखकर हैरान रह गई। इस ड्राइवर ने एक नंबर प्लेट कंट्रोलिंग सिस्टम का आविष्कार किया था जिसका बटन दबाने पर नंबर प्लेट घूमकर नीचे जमीन की ओर मुड़ जाती थी।


जैसे ही वह स्पीड चेक प्वाइंट देखता तो बटन दबा देता और नंबर प्लेट छिप जाती थी। पुलिस अधिकारी वु केन ने बताया कि वह हुबई प्रांत के हेनयांग में गश्त पर था जब उसने नाके पर एक ट्रक को गुजरते देखा।



उसे ट्रक की नंबर प्लेट नजर नहीं आई तो उसने अगले ट्रेफिक स्टॉप पर अपने साथियों को खबर कर दी ताकि वे उसे रोक लें। ड्राइवर गोंग ने माना कि उसने अपने इस आविष्कार पर हजारों रुपए खर्च किए थे। पुलिस ने इस यंत्र को जब्त कर लिया। उसे 1400 रु. जुर्माना किया गया।

इनसे मिलिए, ये हैं ‘लखपति भिखारी’

लंदन.एक अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी पाने के लिए आदमी की एड़िया घिस जाती हैं। किसी को सफलता मिल जाती है तो किसी की सीमित सैलरी में जिंदगी गुजर जाती है। लेकिन ब्रिटेन की सड़कों पर घूमने वाले एक भिखारी 31 वर्षीय डेनियल टेरी की एक साल की कमाई 23,400 पौंड (16 लाख 83 हजार रुपए) है।


टेरी के एक स्लीपिंग बैग और एक कंबल को देखकर लोगों को उस पर दया आ जाती है और वे उसे घरहीन-मददहीन जानकर अच्छी रकम दे देते हैं। पुलिस द्वारा टेरी को पिछले महीने भिखारियों के खिलाफ छेड़े गए अभियान के तहत अभियान गिरफ्तार किया गया था।


पुलिस का मकसद ऐसे भिखारियों को ढूंढना था जो भीख मांगकर 20 पौंड कमाते हों और उनके पास घर भी हो। ब्रिटेन में भीख मांगने के जुर्म में एक हजार पौंड (७१,७५९ रुपए) का जुर्माना भरना पड़ता है लेकिन टेरी महज 100 पौंड (7195 रुपए) देकर ही छूट गया।


स्टाइलिश भिखारी है टेरी



सामान्य दिनों में टेरी भीख से 50 पौंड और शनिवार-रविवार को सौ पौंड कमाता है। यही नहीं वह अपनी गर्लफ्रेंड के साथ एक फ्लैट में रहता है। हालांकि वह तीन दिन ही फ्लैट में रहता है और बाकी दिन एक दोस्त के घर रहता है। बकौल टेरी, ‘हर हफ्ते मैं 80 पौंड


कमा लेता हूं लेकिन यह मेरे लिए पर्याप्त नहीं है। मुझे फ्लैट का किराया जहां मेरी गर्लफ्रेंड रहती है, फोन का बिल और खाने की व्यवस्था करनी होती है। इसके बाद मेरे पास कुछ भी पैसा नहीं बचता। मुझे नौकरी नहीं मिली, इसलिए मुझे मजबूरन भीख मांगना पड़ा। किराया न चुका पाने के चलते मुझे फ्लैट से भी निकाल दिया गया।’ टेरी को पहले भी विभिन्न 22 आरोपों में दोषी करार दिया जा चुका है।

चीन में बना सबसे लंबे ट्रैफिक जाम का रिकॉर्ड

बीजिंग. आर्थिक मोर्चे पर सबसे बड़ी ताकत बनने की ओर बढ़ रहे चीन में आजकल ट्रैफिक जाम का रिकॉर्ड बन रहा है। वहां बीजिंग-तिब्‍बत हाईवे पर 120 किलोमीटर लंबा जाम लगा है।


कुछ महीने पहले बीजिंग-तिब्‍बत हाईवे के समानांतर एक सड़क बनाने का काम शुरू हुआ है। तब से यहां जाम आम हो गया है। 14 अगस्‍त से ही लगा यह जाम एक तरह से लगातार जारी है। अब तक का सबसे लंबा जाम 100 किलोमीटर का लगा था, लेकिन गुरुवार को सरकारी टीवी चैनल सीसीटीवी ने बताया कि ओर्डोस और जिनिंग को जोड़ने वाली सड़क पर 120 किलोमीटर लंबा जाम लगा है। जाम में कोयला लदे 10 हजार से भी ज्‍यादा ट्रक फंसे हुए हैं। इस जाम में फंसी कारों की लंबी कतार लगी है।


चीन ने हाल ही में जापान को पछाड़ कर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बनने का गौरव हासिल किया है। विकास की कीमत कई तरह से चुकानी पड़ती है, जिनमें जाम में फंसना भी एक है।


दिल्‍ली में रोज 11.5 करोड़ रुपये स्‍वाहा



विकास में चीन से होड़ लेने में लगे भारत को भी इसकी खासी कीमत चुकानी पड़ती है। देश की राजधानी दिल्‍ली की सड़कों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम में ही रोज 11.5 करोड़ रुपये स्‍वाहा हो जाते हैं। सेंटर फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया नाम की संस्‍था की एक साल पुरानी रिपोर्ट पर आधारित इस आंकड़े के हिसाब से ट्रैफिक जाम के चलते दिल्‍लीवालों को सालाना करीब 42 अरब रुपये की चपत लगती है। दिल्‍ली में रोज करीब हजार गाडि़यों का रजिस्‍ट्रेशन होता है।
ढाकावासियों को 200 अरब टका का नुकसान


पड़ोसी बांग्‍लादेश की राजधानी ढाका का तो हाल काफी बुरा है। ढाका की सड़कों पर लगने वाले ट्रैफिक जाम में हर साल 200 अरब टका स्‍वाहा हो जाते हैं। ट्रैफिक जाम की वजह से ढाकावासियों के 81.50 करोड़ घंटे बर्बाद होते हैं।

इंसान नहीं तो आखिर किसने बनाया !

अमेरिका के व्योमिंग स्टेट के बिग हॉर्न पहाड़ पर ये मेडिसिन व्हील बना हुआ है। पत्थरों से बना ये स्करुलर स्ट्रक्चर करीब 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बना है। बड़े-बड़े पत्थरों से बने इस गोले का व्यास 23 मीटर है। सर्कल के रिम से इसके सेंटर में जाकर मिलते 28 स्पोक भी इसमें बनाए गए हैं। इस इलाके में बहुत से आदिवासी रह चुके हैं। फिर भी ये पता नहीं चलता कि ये किसने और क्यों बनाया था।


यह किस काम में आता था यह भी साफ नहीं है। रिसर्च से पता चलता है कि यह 1700 ईसवी के आस-पास बनाया गया है। जो लोग यहां रहते हैं वे भी पिछले सौ साल से ज्यादा समय से इसके बारे में सुनते आ रहे हैं। फिर भी वे इसके बारे में सिर्फ कहानी किस्से ही सुनाते हैं। इसका निर्माण उनके लिए भी रहस्य है।



1972 में कोलाराडो के नेशनल सेंटर फॉर एटमॉस्फेरिक रिसर्च की हाई एल्टीट्यूड ऑबज्र्वेट्री के साइंटिस्ट जॉन ए एडी ने इस पर रिसर्च की थी। पता चला कि इसका संबंध एस्ट्रोनॉमी से है। इसे सूर्य उदय और सूर्यास्त का समय बताने के लिए बनया गया था।


इसके बीच में पत्थरों के सात स्तूप भी बने थे। इनसे भी सितारों की स्थिति पता लगाई जाती थी। इतनी ऊंचाई पर ये स्ट्रक्चर बनाने का तो यही मतलब है क्योंकि इतनी ऊंचाई से ये देखना आसान हो जाता होगा। वहीं, कुछ दूसरे साइंटिस्ट इसकी उम्र के बारे में अलग राय रखते हैं। इस तरह कोई भी आज तक पता नहीं लगा सका है कि इसे किसने और कब बनाया।

अब 105 फीट लंबी कार

इस तस्वीर में कैलिफोर्निया के ओशनसाइड के रहने वाले जे-ओहबर्ग अपनी रिकॉर्ड लंबाई वाली कारों के सामने खड़े दिखाई दे रहे हैं। हॉलीवुड जे के नाम से मशहूर ओहबर्ग कई फिल्मों और टीवी शोज के लिए बेहतरीन कारें तैयार कर चुके हैं।


इस तस्वीर में उनकी 40 फीट लंबी मर्सिडीज कन्वर्टेबल और 55 फीट लंबी लिंकन दिखाई दे रही है। 100 फीट की लिमोजिन बनाकर वे अपना नाम गिनीज बुक में दर्ज करा चुके हैं। 26 पहियों की इस कार में कैडिलैक वी8 इंजन लगाया गया है। इसमें 75 लोग बैठ सकते हैं। अब जे-ओहबर्ग 105 फीट की कार बनाने की तैयारी कर रहे हैं।

106 साल की कुंवारी ने कभी किसी को नहीं चूमा

लंदन. क्या आप सोच सकते हैं कि कोई महिला 106 वर्ष की उम्र में भी कुंवारी रह सकती है। नहीं न, लेकिन ये सच है यहां की एक महिला का दावा है कि वह 106 साल की तो है ही साथ ही वह अब तक कुंवारी भी है। यही नहीं उसने आज तक किसी को अपना चुंबन तक नहीं दिया है।


106 साल की यह स्कॉटलैंड की महिला कौमार्य को अपनी लंबी उम्र का राज भी बताती है। इसा ब्लायथ नाम की इस महिला का जन्म 1904 में हुआ था। वह कहती है कि मुझे नहीं लगता कि मैंने कभी किसी को अपना किस दिया है। मुझे कभी भी किसी पुरूष से रोमांस करने की जरूरत महसूस ही नहीं हुई। क्योंकि मेरे पास पुरूषों के लिए कभी समय ही नहीं रहा।



इसा की भांजी शीना कैंपबेल कहती हैं कि उनकी बुआ को स्पेन में बनने वाली एक खास तरह की शराब काफी पसंद है। उन्हें चर्च जाना, गीत गाना, फ्लॉवर क्लब में जाना और बागवानी भी पसंद है। वे हमेशा से एडिनबर्ग में रहीं और करीब 35 साल तक प्राइवेट सेक्रेटरी के तौर पर काम करती रहीं। चूंकी वे एक महत्वपूर्ण पद पर रहीं इस वजह से वे काफी व्यस्त रहती थीं। उनके परिवार में कुल 6 भाई और बहन थे।

कौमार्य बेचेने वाली लड़की को बुरी तरह पीटा

बुडापेस्ट. लाइव टीवी ऑक्शन में अपना कौमार्य सबसे ज्यादा बोली लगाने वाले को बेचने वाली हंगरी की लड़की ने अपनी पेशकश वापस ले ली है। इसकी वजह चार लोगों द्वारा उसकी बुरी तरह पिटाई करना है। हंगरी के टैबू टीवी स्टेशन पर बोली 26,000 पाउंड तक लग चुकी थी।


लेकिन, इसके बंद होने के छह घंटे पहले ही चार व्यक्तियों ने उस पर उसके घर में घुसकर हमला कर दिया। उसने कहा कि वे मुझे घसीट कर एक गली में ले गए। वे कह रहे थे कि वे रेप करेंगे। उन्होंने मेरे बाल भी काट दिए। लेकिन किसी को आता देखकर भाग निकले। वे कह रहे थे कि वे जिस चीज को चाहते हैं मुफ्त में लेकर रहेंगे। मैं बहुत डर गई थी।



इसलिए मैंने नीलामी रद्द कर दी। मैं नहीं जानती कि अब क्या करूं। लड़की ने माना कि वह 18 साल की हो गई है। वह खुद को मिस स्प्रिंग कहती है परंतु अपना असली नाम नहीं बताया। उसने कहा कि वह नीलामी किए जाने के ढंग से भी खुश नहीं थी। उसने कहा कि नीलामी के दौरान मैं बोली देने वाले से मिल नहीं सकती थी।


क्योंकि टैबू टीवी मुझे इसकी इजाजत नहीं दे रहा था। मैं चाहती थी कि जीतने वाला व्यक्ति और मैं पहले एक दूसरे को जान-समझ लें। लेकिन टीवी वाले मुझे सिर्फ उस व्यक्ति की फोटो दे रहे थे। मुझे कई लोग नफरत भरी मेल भेजते थे। टीवी स्टेशन ने मेरे बारे में ऐसी जनकारियां जारी कर दीं जिनकी मैंने इजाजत नहीं दी थी। इस हमले के बाद मैं बुरी तरह भयभीत हूं।

विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन सेक्स वर्कर की नौकरी!

एम्सटर्डम. हॉलैंड के कई कॉलेज विद्यार्थियों के लिए सेक्स से संबंधित जॉब्स के विज्ञापन देने वाले एक प्रकाशक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का विचार कर रहे हैं। प्रकाशक ने ‘स्टूडेंट इन्फर्मेशन गाइड 2010-2011’ में विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन सेक्स वर्कर के रूप में नौकरी की पेशकश की है।


पिछले हफ्ते वितरित की गई गाइड के इस विज्ञापन में विद्यार्थियों से कहा गया है कि वे वेबकैम के सामने सेक्स संबंधी गतिविधियां कर पैसा कमा सकते हैं। लेडन यूनिवर्सिटी ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा है कि इसका मीडियाडैम बीवी द्वारा प्रकाशित इस गाइड से कोई लेना-देना नहीं है।



यूनिवर्सिटी ने कंपनी से शिकायत की है और कहा है कि आगे की कार्रवाई पर विचार किया जा रहा है। डच समाचार एजेंसी एएनपी ने सूचना दी है कि दो अन्य शिक्षा संस्थान भी मीडियाडैम के खिलाफ कार्रवाई करने जा रहे हैं।

ये है दुनिया का सबसे गंदा शहर !

मनशिअत नासेर.काइरो शहर का बाहरी और पिछड़ा हुआ इलाका है मनशिअत नासेर। यहां हर घर की छत पर टनों से कबाड़ा बिखरा देखा जा सकता है। मिस्र की इस राजधानी में पूरे देश का कबाड़ा लाया जाता है। आश्चर्य की बात यह है कि यहां के हर इंसान की जिंदगी इस कबाड़े से गुजर रही है।


ऐसा नहीं है कि यहां की बनावट कुछ अलग है। हर आम शहर की तरह यहां भी मकान, बिल्डिंग्स और अपार्टमेंट हैं लेकिन सभी की छतों पर ऐसा ही नजारा देखने को मिलेगा। दिनभर यहां सड़कों पर ट्रक, बैलगाड़ी या फिर किसी अन्य साधन से कबाड़ा लाते हुए देखा जा सकता है। हर सड़क, हर गली में इसके पहाड़ लगे हुए हैं।



वहां के स्त्री-पुरुष ही नहीं बच्चों को भी इन्हें खंगालते देखा जाता है। उन्हें इसमें से बेचने योग्य सामान की तलाश होती है। इसमें से 80 प्रतिशत माल बेचा या फिर रीसाइकिल किया जाता है। बाकी बचा हुआ माल यूं ही बिखरा रहता है और गंदे जानवर उसमें घूमते रहते हैं या फिर इसका ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।

कैली ने पहनी वंडर ब्रा

लंदन. हॉलीवुड की हॉट और सेक्सी बाला कैली ब्रूक ने अभी हाल ही में एक ब्रा के लिए फोटो शूट किया है। इसमें वे एक वंडर ब्रा पहनकर सबके सामने आई हैं। उन्होंने यह फोटोशूट अल्टीमो आइकॉन ब्रा के लिए किया है। इस ब्रा की खासियत ये है कि इसमें महिलाओं की ब्रेस्ट उभर कर दिखाई देती है।


दुनिया में हजारों महिलाएं अपनी ब्रेस्ट को उभारने के लिए ऐसी ब्रा पहनना काफी पसंद करती हैं। इस संबंध में कई सर्वे भी हो चुके हैं। कैली ने भी अपनी ब्रेस्ट को उभार कर इस ब्रा के जरिए दिखाया है। ताकि अन्य महिलाएं भी इसे पसंद कर सकें। दावा किया जा रहा है कि यह ब्रा दुनियाभर की टेक्नोलॉजी के जरिए बनाई गई सबसे एडवांस ब्रा है।

ब्रिटेन में दुनिया का सबसे बड़ा आलू!

ब्रिटेन में एक शख्स ने दुनिया का सबसे बड़ा आलू उगाया है! इस आलू का वजन करीब 3.75 किलोग्राम है। ब्रिटेन के एक गार्डनिंग शो में


इस भारी भरकम आलू का प्रदर्शन किया गया।


यह आलू कोंडोर किस्म का है। इसे पीटर ग्लाजेब्रुक नाम के शख्स ने उगाया है। अखबार ‘द सन’ के अनुसार इस आलू को सोमरसेट में शेप्टन मॉलेट के ‘नैशनल गार्डनिंग शो’ में आधिकारिक तौर पर तौला गया।


ग्लाजेब्रुक ने बताया, ‘इस आलू के पीछे का रहस्य सही किस्म का बीज है। यह जानना जरूरी है कि इसे कैसे बोया जाए। इसमें बहुत मेहनत करनी पड़ती है।’

सिर्फ 12 मिनट में 181 मुर्गे-मुर्गियों के डैने खा गई अमेरिकी महिला

अमेरिका में खाने-पीने की उस्ताद एक महिला ने एक अनोखी प्रतियोगिता में महज 12 मिनट में 181 मुर्गे-मुर्गियों के डैने खाकर राष्ट्रीय चैम्पियनशिप जीत ली.


सोन्या थॉमस ने कल जोई चेस्टनट को पछाड़ते हुए चिकन के दो किलो दो सौ ग्राम डैने खा डाले.


खाने-पीने की प्रतियोगिताओं में अक्सर पुरुष प्रतिभागियों को मात देने की वजह से खुद को ‘ब्लैक विडो’ कहने वाली सोन्या ने वर्ष 2005 में 174 मुर्गे-मुर्गियों के डैने खाए थे. चेस्टनट 169 मुर्गे-मुर्गियों के डैने खाकर दूसरे स्थान पर रहीं.

सोन्या अपनी जीत पर इसलिये भी ज्यादा खुश हैं क्योंकि चेस्टनट को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था.

अपनी मां की लाश के साथ रही 120 दिन!

नई दिल्ली। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि कोई शख्स किसी मुर्दा के साथ इतने लंबे समय तक रह सकता है। आपको यह हैरान की बात भले लगे लेकिन यह सच पूरी तरह से सच है। दिल्ली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां पर एक बेटी ने अपनी मां की लाश के साथ 120 दिन बिताए।


उसकी मां की मौत हो चुकी थी लेकिन उसने ये मानने से इनकार कर दिया। उसे अपनी मां से इतनी मोहब्बत थी कि उसने मां का अंतिम संस्कार तक नहीं किया और अपनी मां के साथ बेडरूम में 120 दिन गुजार दिए।


इस मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को दिल्ली जलबोर्ड का एक कर्मचारी मीटर की रीडिंग लेने पहुंचा और उस दौरान उसे बदबू का अहसास हुआ। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जब शालिनी के घर पहंची तो पूरा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। पलंग पर शालिनी की मां की लाश रखी हुई थी। उसे दो मोटे कंबल से ढका हुआ था।



पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। गौरतलब है कि शालिनी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। मां की मौत उसके लिए झटका था। वो उससे जुदा नहीं होना चाहती थी। यही वजह है कि उसने बेजान मां की लाश का अंतिम संस्कार तक नहीं किया।

दुनिया का सबसे छोटा आदमी

गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने घोषणा की है कि कोलंबिया के एडवर्ड नीनो हर्नांडेज़ दुनिया के सबसे छोटे व्यक्ति हैं.


उनकी ऊँचाई सिर्फ़ 27 इंच है और वज़न दस किलो, दो साल की उम्र के बाद से उनका क़द नहीं बढ़ा है.


24 वर्षीय हर्नांडेज़ पार्ट टाइम डांसर के रूप में काम करते हैं, उनका कहना है कि “मैं हमेशा ख़ुश रहता हूँ क्योंकि मैं अनूठा हूँ.”


हर्नांडेज़ बहुत दिनों तक दुनिया के सबसे छोटे आदमी नहीं रह पाएँगे क्योंकि उन्हें नेपाल के खगेंद्र थापा अक्तूबर में 18 वर्ष के हो जाएँगे और वे हर्नांडेज़ से पाँच इंच छोटे हैं.


इस समय खगेंद्र दुनिया के सबसे छोटे किशोर हैं उनका क़द सिर्फ़ 22 इंच है. दुनिया के इतिहास के अब तक के सबसे छोटे व्यक्ति गुल मोहम्मद रहे हैं जिनका क़द 21 इंच था.



हर्नांडेज़ की माँ नियोमी का कहना है कि डॉक्टरों को आज तक समझ में नहीं आया कि जन्म के बाद से अब तक उनके बेटे की लंबाई सिर्फ़ 40 सेंटीमीटर क्यों बढ़ी.


नियोमी का दूसरा बेटा मिगेल भी सिर्फ़ 37 इंच लंबा है.


हर्नांडेज़ ने आठवीं क्लास तक पढ़ाई की है और अब डिपार्टमेंटल स्टोर्स में नाच कर अपनी आजीविका चलाते हैं, वे इस समय एक फ़िल्म में अभिनय भी कर रहे हैं जिसमें उनकी भूमिका एक ड्रग डीलर की है.


हर्नांडेज़ का कहना है, “लोग मेरी ओर देखते हैं, मुझ पर ध्यान देते हैं, यह मुझे अच्छा लगता है कि लेकिन मैं थोड़ा परेशान हो जाता हूँ जब लोग मुझे बच्चे की तरह गोद में उठाने की कोशिश करते हैं.”

लादेन अपना पुश्तैनी घर खरीदेगा!

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार एक स्थाननीय अखबार से बातचीत में घर के मालिक मुइन खौरी ने कहा, “यह एक ऐतिहासिक घर है। हमने इस बारे में अब तक किसी से बात नहीं की है।”


उन्होंने कहा, “अगर ओसामा यह घर खरीदने के लिए मुझे संपर्क करता है तो मैं इस पर विचार कर सकता हूं। परंतु यह घर किसी और को नहीं बेचूंगा।”


खौरी ने बताया, “लादेन के वालिद सऊदी अरब से यहां 1940 के दशक में आए थे। उस दौरान उन्होंने यह खरीदा था और यहां समय समय पर आते रहे। खुद लादेन भी 1960 के दशक में कई बार यहां रुका था।”


इसके बाद इस घर को कई लोगों ने खरीदा और बेचा। इसमें कुछ समय तक स्पेन के दूतावास का कार्यालय भी रहा। बाद में इसे खौरी ने खरीदा। अमेरिका में 9/11 की घटना के बाद इस घर का महत्व बढ़ गया।

गरीबों को बुला कर कमरे में बंद हो गया सानिया का परिवार

हैदराबाद. पाकिस्‍तानी क्रिकेटर शोएब मलिक से शादी कर दुबई में बस चुकीं हैदराबादी टेनिस स्टार सानिया मिर्जा खेल से इतर कारणों से एक बार फिर खबरों में हैं। उनका परिवार हर साल रमजान के महीने में जकात (दान) देता है। इस साल भी इस परंपरा का निर्वाह किया जाना था, लेकिन जरूरतमंदों के आने पर सानिया और उनके परिवार ने मुंह फेर लिया।


जकात मुसलमानों में एक धार्मिक रिवाज है, जिसके तहत रमजान के महीने में गरीबों को अपनी कमाई का कुछ हिस्‍सा दान दिया जाता है। इस्‍लाम के विद्वान अयूब अली खान के मुताबिक, ‘इस्‍लामिक रवायत के मुताबिक अच्‍छी कमाई करने वाले मुसलमान को अपनी सालाना आमदनी का ढाई फीसदी गरीबों को दान करना चाहिए। वैसे तो यह दान कभी भी किया जा सकता है, लेकिन ज्‍यादातर लोग रमजान में दान देना मुनासिब समझते हैं।’



मिर्जा परिवार हर साल रमजान के पवित्र महीने में दान देता है। पिछले साल सानिया के माता-पिता इमरान और नसीमा मिर्जा ने हर व्‍यक्ति को 200-200 रुपये दिए थे। इस बार दोगुनी रकम देने का इरादा था, लेकिन अफवाह फैल गई कि हजार-हजार रुपये दिए जाएंगे। इसलिए दान लेने वालों की तादाद बढ़ती ही गई और सोमवार दोपहर तक करीब 3000 लोग बंगले के बाहर जमा हो गए। परिवार ने 300 लोगों को 300-300 रुपये दिए और इसके बाद दरवाजे बंद कर लिए। काफी देर तक परिवार को कोई भी व्यक्ति बाहर नहीं निकला, तो लोगों ने हंगामा कर दिया। इसके बाद मिर्जा परिवार ने पुलिस बुला ली।


लोग दान की उम्मीद में काफी दूर-दूर से आए थे। ऐसे ही एक व्यक्ति राशिद ने कहा कि मैंने यहां आने में ही 300 रुपए खर्च कर दिए। मुझे पता चला था कि सानिया मिर्जा सभी को हजार हजार रुपए देंगीं। लेकिन यहां तो कोई बाहर ही नहीं निकला बल्कि परिवार के कुछ लोग तो बालकनी में खड़े होकर हंस रहे थे। इससे हैदराबाद का मुस्लिम समाज सानिया और उनके परिवार से नाराज है।

नवीन जिंदल की सैलरी, 40 करोड़ रुपया

कांग्रेस सांसद और जिंदल स्टील एंड पावर के एग्जीक्यूटिव वाइस चेयरमैन और एमडी, नवीन जिंदल देश में सबसे मोटी तनख्वाह पाने वाले सीईओ बन गए हैं। इनकी सलाना सैलरी 39.70 करोड़ रुपए है। सैलरी के मामले में नवीन ने सन टीवी के कर्ता-धर्ता मारन दंपत्ति(कलानिधि मारन और कावेरी मारन) को भी पिछे छोड़ दिया है। ये दोनों सलाना 37.08-37.08 करोड़ रुपए बतौर सैलरी लेते हैं। इनको पछाड़ने के साथ ही नवीन जिंदल देश के 25 ‘टॉप पेड सीइओ’ की लिस्ट में सबसे उपर पहुंच गए हैं।


प्राइवेट कंपनियों के सीईओ की भारी भरकम सैलरी पर हाल ही में संसद में सवाल उठाए गए थे। वित्तीय मामलों पर संसद की स्थाई समिति ने इसे लेकर सवाल उठाए थे। कमेटी ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि हर कंपनी में एक कमेटी होनी चाहिए जो कि उसके बड़े और महत्वपूर्ण अधिकारियों की सैलरी तय करे। इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी कंपनियों के सीईओ को मिलने वाली भारी भरकम सैलरी पर सवाल उठा चुके हैं।

डोनेशन में दिया द्वितीय विश्व युद्ध का ग्रेनेड

अलबुकर्क. हथियारों और ड्रग्स की मदद से तो कोई व्यक्ति डोनेशन नहीं दे सकता लेकिन एलबरक्यूक में पिछले दिनों एक व्यक्ति ने ऐसा ही करने की कोशिश की।


यह अज्ञात व्यक्ति यहां के गुडविल स्टोर के कलैक्शन बॉक्स में एक पिस्तौल, हथियार, एक ग्रेनेड और कुछ मारिजुआना छोड़ गया। जैसे ही स्टोर के मालिकों को इसका पता चला, उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने वहां पहुंचकर स्टोर खाली करवाया।


पुलिस महिला प्रवक्ता नैडाइन हेंबे ने बताया कि कलैक्शन बॉक्स में रखा गया ग्रेनेड द्वितीय विश्व युद्ध का था। इसे तुरंत निष्क्रिय दस्ते ने नष्ट कर दिया। हालांकि पुलिस की रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया कि बॉक्स में कैसी बंदूकें व कितनी मात्रा में मारिजुआना थी।

मासूम जो खेलती है अजगर के साथ

महाराष्ट्र के एक गांव के किसान की छह माह की बेटी सिद्धि सुनयना ठीक से चल भी नहीं पाती है लेकिन सांपों से उसकी दोस्ती देखते ही बनती है। जब उसके माता-पिता काम में लगे रहते हैं तो यह उस दौरान अजगर के साथ खेलने में मस्त रहती है।
चबाने की कोशिश भी करती है
कई बार तो सिद्धिअपने छोटे-छोटे हाथों में सांप को कुछ इस तरह उठाकर चबाने की कोशिश करती है। इसे देखकर गांव के लोग डर जाते हैं लेकिन सिद्धि इससे बेपरवाह है। सांप भी कभी उसको नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं करते हैं।
 

सांपों के साथ असामान्य संबंध

सिद्धि के माता-पिता ही नहीं गांव वालों का भी मानना है कि उसको दैवीय शक्तियां प्राप्त हैं। कई बार तो सिद्धि जिन सांपों के साथ खेलती है, उसको पकड़कर उसके पिता अपनी कुछ अतिरिक्त आय भी जुटा लेते हैं।

इंसान नहीं तो उनसे कम भी नहीं





बैंकाक.आपने आज से पहले बंदरों को कई तरह के करतब करते हुए तो देखा होगा लेकिन आज जो तस्वीरें हम आपको दिखाने जा रहे हैं उन्हें देख आप आश्चर्य में पड़ जाएंगे।
दरअसल थाईलैंड में बंदर थिएटर( बंदरों का थिएटर) एक बार फिर लोकप्रिय हो रहा है।आपको यह जानकर हैरत होगी कि इन थिएटरों में बंदर एक से बढकर एक प्रदर्शन करते है। गौरतलब है कि यह परंपरा थाई समाज से लगभग गायब हो चुकी थी।
बताते चलें कि बंदर थिएटर को थाई संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा माना जाता है।


अस्सी साल की नानी फिर बनी ‘मां’

मेरठ. सात बेटियों के बीच इकलौते बेटे को पिछले साल एक दुर्घटना में गंवा देने वाली 80 वर्ष की एक महिला ने आधुनिक चिकितसा पद्धति के इस्तेमाल से एक स्वस्थ पुत्न को जन्म देकर करिश्मा ही कर दिखाया है। उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के दोघट कस्बा निवासी इंद्रपाल की पत्नी गजना ने कल यहां के एक अस्पताल में जैसे ही एक स्वस्थ पुत्न को जन्म दिया, पूरा परिवार ही खुशी के समंदर में गोते लगाने लगा।

आखिर हो भी क्यों नहीं, इस परिवार को उसका वारिस जो मिल गया था। वो भी उस समय जब हरेक वृद्ध दम्पती अपनी जिंदगी की सांझ ढलने का इंतजार कर रहा होता है। लेकिन पिछले साल इंद्रपाल और गजना पर दुख का पहाड़ ही टूट पड़ा। जब सात बेटियों के बीच उनके इकलौते बेटे प्रवीण की एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी।

इस दम्पती की तो 18 साल के प्रवीण की मौत के साथ पूरी दुनिया ही उजड़ गई। दुख इतना गहरा था कि प्रवीण की मौत के बाद से इस परिवार में कोई त्योहार ही नहीं मनाया गया। मगर इंद्रपाल को जब टेस्ट टच्यूब के जरिए बच्च पैदा करने की संभावना के बारे में पता चला तो उसे उम्मीद की एक आखिरी किरण दिखायी दी।

तत्काल ही वह विशेषज्ञ चिकित्सकों से जाकर मिला और आईवीएफ पद्धति के जरिए पत्नी को गर्भधारण कराने की विनती की। डाक्टरों ने इस दम्पती की मदद करने में अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी और इसका नतीजा यह निकला कि 60 साल की सबसे बड़ी बेटी की मां गजना गर्भधारण करने में सफल रहीं।

मंगलवार को इस दम्पती के इंतजार की घड़ियां समाप्त हुईं और एक बेटे ने उनकी सूनी हो चुकी जिंदगी में फिर से बहार ला दी। वृद्ध मां अपने नवजात बेटे को देखकर काफी खुश है। खुशी तो इंद्रपाल की भी कम नहीं है, आखिर उन्हें मनचाही मुराद जो मिल गयी।

अगले 10 साल की घटनाओं की भविष्यवाणी : ‘फोर्ब्स’

वॉशिंगटन.दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित पत्रिका ‘फोर्ब्स’ ने विश्व में अगले 10 साल की घटनाओं की भविष्यवाणी की है| अपने इस अनुमान में फोर्ब्स ने राजनीतिक, मेडीसिन, वित्त, सामाजिक क्षेत्रों में आने वाले 10 सालों की अहम घटनाओं की भविष्यवाणी की है।

जहां एक ओर पत्रिका ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. के प्रमुख मुकेश अंबानी अगले चार साल में दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति होने की भविष्यवाणी की है| वहीं पत्रिका की एक भविष्यवाणी ने अच्छे अच्छों को चौंका दिया है|

पत्रिका ने ‘व्हाट हैपंस नेक्स्ट: ऑवर लुक अहेड’ शीर्षक से रिपोर्ट जारी कर कहा है कि आने वाले समय में भारत और पाकिस्तान मिलकर चीन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकते है| फोर्ब्स के अनुमान के मुताबिक चीन 2020 में तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर विशाल डैम बना लेगा और यही वजह होगी कि भारत और पाकिस्तान मिलकर उसे सैन्य कार्रवाई की धमकी देंगे।

अगले 10 साल की घटनाओं की भविष्यवाणी

बिल क्लिंटन और हिलेरी क्लिंटन की बेटी चेल्सी 2016 में न्यूयॉर्क से सीनेटर चुनी जाएंगी। वे गर्भवती होने के दौरान सीनेटर बनने वाली पहली राजनेता होंगी।

दुनिया की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनी फाइजर 2014 में पांच छोटी कंपनियों में बंट जाएगी।

वर्ष 2016.. गर्भधारण में नहीं पड़ेगी पुरुषों की जरूरत

जनसंख्या

दुनिया का सात अरबवां बच्च 2011 में जन्म लेगा। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून काहिरा के अस्पताल में इस बच्चे का स्वागत करने पहुंचेंगे।


तकनीक

टेराफ्यूगिया ट्रांजिशन की फ्लाइंग कार 2011 में बिक्री के लिए जारी होगी। पहला निजी अंतरिक्ष यान 2020 में चांद पर उतरेगा। टिकट 20

करोड़ डॉलर प्रति व्यक्ति होगा।

मेडीसिन

ऑस्ट्रेलिया की दो महिलाएं 2016 में सिंथेटिक शुक्राणु से गर्भधारण करेंगी जो स्टेम सेल से तैयार किया जाएगा। लिहाजा, गर्भधारण करने में

पुरुष की जरूरत नहीं पड़ेगी।

वित्त

सोशल नेटवर्किग साइट ‘फेसबुक’ 2012 में नास्डेक पर आईपीओ लांच करेगी। इसके आईपीओ की वैल्यू 40 अरब डॉलर तक होगी।

फेसबुक

संस्थापक मार्क जुकरबर्ग दुनिया के ऐसे शीर्ष 20 लोगों में शुमार हो जाएंगे, जिनकी संपत्ति 10 अरब डॉलर से ज्यादा है।

कब और कहां हुआ कुरान का अपमान

नई दिल्‍ली. अमेरिका में एक चर्च द्वारा कुरान जलाने की योजना पर दुनियाभर में प्रदर्शन हो रहे हैं। इससे पहले भी कुरान के अपमान पर कई बार हिंसक घटनाएं हुईं।
मई 2005: ‘न्‍यूजवीक’ मैग्‍जीन में एक रिपोर्ट छपी कि गुआंतनामो बे जेल में अमेरिकी सैनिकों ने कुरान का टॉयलेट में इस्‍तेमाल किया। इस खबर के बाद दुनियाभर में प्रदर्शन हुए। पेंटागन ने मामले की जांच के आदेश दिए। न्‍यूजवीक ने इस खबर को वापस ले लिया और इसके लिए माफी मांगी।
जून 2005: इजरायल की एक जेल में बंद फलस्‍तीनी बंदियों ने अधिकारियों पर कुरान की प्रतियां फाड़ने का आरोप लगाया। इस खबर के बाद इजराइल अधिकृत क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन हुए।
फरवरी 2006: लाहौर में एक नाले में कुरान की प्रतियां मिलने के बाद पाकिस्‍तान में दंगे भड़क गए।
फरवरी 2006: कुरान के कथित अपमान को लेकर नाइजीरिया में मुसलमानों और ईसाइयों के बीच हुई हिंसक झड़प में 10 लोग मारे गए।

मई 2008: इराक में एक अमेरिकी सैनिक द्वारा कुरान के अपमान की खबर मिलने में अफगानिस्‍तान में विरोध प्रदर्शन हुए। सैनिक पर कुरान को निशानेबाजी के लक्ष्‍य के तौर पर इस्‍तेमाल का आरोप था। अमेरिकी रक्षा विभाग ने इस सैनिक को बर्खास्‍त कर दिया और तत्‍कालीन राष्‍ट्रपति जॉर्ज बुश ने इराकी प्रधानमंत्री से माफी मांगी।
अगस्‍त 2009: कुरान के कथित अपमान को लेकर लाहौर में एक चर्च में आगजनी। सात ईसाइयों की मौत।
जनवरी 2010: विदेशी सैनिकों द्वारा कुरान की प्रतियां जलाने की खबर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हुई गोलीबारी में सात अफगान नागरिक मारे गए।

7 शानदार ह्युमनोइड रोबोट जो बनाएंगे जीवन आसान

रोबोटिक दुनिया में अनुसंधान लगातार जारी हैं और अब ऐसे रोबोट बन रहे हैं जो काफी हद तक इंसानों के समकक्ष कार्य कर सकते हैं. इसलिए वैज्ञानिक और इंजीनियर अब अगले स्तर पर जा रहे हैं जहाँ रोबोट भावनाएँ भी व्यक्त करेंगे और भावनाओं को समझेंगे भी. प्रस्तुत है 7 शानदार ह्युमनोइड रोबोट की सूचि जो आजकल चर्चा में हैं. इस सूचि में होंडा का प्रसिद्ध रोबोट आसिमो शामिल नहीं है -
Reem-A 
स्पैन की पाल टेक्नोलोजी रोबोटिक्स ने यह शानदार रोबोट बनाया है. रीम-ए आगे पीछे चल सकता है, वजन उठा सकता है और शतरंज भी खेल सकता है. परंतु इसकी सबसे बडी विशेषता है इसकी चेहरा पहचानने की क्षमता. तो भूल जाइए कि आप कोई निर्देश देंगे और रीम-ए मान लेगा, क्योंकि यह सिर्फ अपने मालिक की सुनता है.
Nexi  
प्रसिद्ध संस्थान एमआईटी द्वारा विकसित यह रोबोट मोबाइल-क्लेवर-केरिंग तकनीक पर काम करता है. यह रोबोट पहिओं पर चलता है और कई काम कर सकता है. इसमें थ्रीडी इंफ्रारेड कैमेरा है जो इसे चेहरों और चीजों की पहचान करने लायक बनाता है. इसकी सबसे बडी विशेषता है इसकी भावनाएँ व्यक्त करने की क्षमता. इससे बात कीजिए और यह मुस्कुराएगा, उदास होगा और अपनी भौएँ भी ऊपर नीचे करेगा. इसको विकसित करने वाली टीम का मानना है कि एकदिन नेक्सी इंसानों के साथ एक टीम की तरह काम करेगा.

Joe & Co
जर्मनी की म्यूनिख टेक्निकल यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित जो श्रेणी के रोबोट शानदार रोबोटिक इंजीनियरिंग का उदाहरण प्रस्तुत करते हैं. इस श्रेणी के रोबोट बनाने के पीछे का मूल उद्देश्य था इंसानों की पूरी तरह से नकल करना. तभी तो जॉनी नामक रोबोट, जिसको 2003 में बनाया गया था, एक वयस्क इंसान के जितना लम्बा है और 2.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकता है. परंतु उसकी बहन लोला उससे भी अधिक निपुण है. वह 5 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चल सकती है और जॉनी के 17 जोडों की विपरित लोला के पास 25 जोड़ हैं जो उसे इंसानों के और करीब लाते हैं.
 CB2
CB2
जापान की एजेंसी फोर साइंस एंड टेक्नोलोजी ने यह रोबोट बनाया है. सीबी2 का अर्थ है – Child Robot with Biomimetic Body, यानी की एक बच्चा रोबोट जिसके पास ऐसा शरीर है जो भावनाएँ व्यक्त कर सकता है. सीबी2 में 197 अत्यधिक सवेंदनशील सेंसर लगाए गए हैं. इसकी त्वचा मुलायम है उसमें टच सेंसर लगे हैं. इसके अलावा सीबी2 में 56 छोटी मोटरें भी लगी है. यह रोबोट 1 से 3 वर्ष के बच्चे की तरह काम करता है. इसके छूते ही यह अपनी भावनाएँ व्यक्त करने लगता है.
Ishiguro
Ishiguro
जापान की इंटेलिजेंट रोबोटिक्स लेब ने इशिगुरो परिवार के रोबोट बनाए हैं. इस श्रेणी के अंतर्गत कई एडवांस रोबोट बनाए गए हैं जैसे कि वाकामारू और एवेली-पी1. ये रोबोट ना केवल ह्यूमनोइड [इंसानों की तरह चलते फिरते] बल्कि एंड्रोइड [इंसानों की तरह व्यवहार करने वाले] श्रेणी में भी आते हैं. ये रोबोट रोजमर्रा के कामकाज में इंसानों की मदद करने के लिए बनाए गए हैं.
Armar-3
Armar-3
जर्मनी के इंस्टिट्यूट फोर टेक्निकल इंफोर्मेटिक्स यूनिवर्सिटी ऑफ कार्लशु के द्वारा बनाया गया यह रोबोट रसोई में आपकी मदद करता है. यह रोबोट स्टीरियो मोड में आपकी आवाज से निर्देश प्राप्त कर सकता है. लेजर बीम द्वारा चिह्नित की गई किसी चीज को उठाकर ला सकता है और अब इसे टेबल पर शराब और खाना परोसने लायक बनाया जा रहा है. इंजीनियर इससे एक कदम आगे की सोचते हुए इसमें रिमोट डायग्नोस्टिक सुविधा भी जोड रहे हैं ताकी भविष्य में यदि यह रोबोट अपनी मनमानी पर उतर आए तो इसे रोका जा सके.

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इस रोबोट का व्यवसायिक उपयोग नहीं होगा, इसे इस लायक बनाया भी नहीं गया है. परंतु फिर भी यह रोबोट चर्चा में है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसे बिल्कुल अपने मालिक के जैसा बनाया गया है. चीन की ज़ियान कोरेन स्कल्पचर रिसर्च इंस्टिट्यूट ने यह रोबोट बनाया है जो हंस सकता है, चेहरा घुमा सकता है और हाथ मिला सकता है. चीन के इस प्रसिद्ध संस्थान ने इस रोबोट को बनाने के लिए विशेष सिलिका जेल का इस्तेमाल किया है ताकी इसकी चमड़ी बिल्कुल इंसानों जैसी लगे. यह बिल्कुल अपने मालिक जो रेन टी की प्रतिकृति है. पहचानिए असली कौन है और नकली कौन!

प्रेगनेंट होना था तो 20 के साथ सो गई

लंदन. एक ब्रिटिश महिला अपने राज का खुलासा करते हुए बताया है कि वह पिछले साल से लेकर अब तक करीब 20 अनजान लोगों के साथ सो चुकी है। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वह प्रेगनेंट होना चाहती थी। 25 वर्षीय लारा कार्टर नाम की यह महिला पेंर्यन, कॉर्नवाल की रहने वाली है।
यही नहीं यह महिला अपनी प्रजनन क्षमता को चेक करने के लिए विभिन्न चिकित्सकीय साधनों का इस्तेमाल करती थी। वह शराब पीकर अपने आप को पुरूष के सामने इस तरह प्रस्तुत करती थी जैसे वह सिर्फ सेक्स करना चाहती हो। वह खुद पुरूषों को कंडोम इस्तेमाल करने की सलाह देती थी। उसके पर्स में रखा यह कंडोम पहले से ही छेद युक्त होता था।

ताकि कोई भी पुरूष उसके मंतव्य को न समझ सके। उसकी मां बनने की चाह ने ही उसे अनजान लोगों से सेक्स करने के लिए प्रेरित किया क्योंकि उसका कोई ब्वॉयफ्रेंड नहीं था। उसने स्पर्म डोनेशन के लिए भी प्रयास किया लेकिन चूंकि यह काफी महंगा था इसलिए उसने अपना इरादा बदल दिया।

वह प्राय: पुरूषों से नाइट क्लब में मिला करती थी। और उन्हें झांसा देकर उनके साथ सेक्स किया करती थी। एक रात के लिए उसे कई पुरूष आसानी से मिल जाते थे। उसने न सिर्फ घर में बल्कि कार और नाइट क्लब की टॉयलेट तक में पुरूषों के साथ संबंध बनाए थे।

7 महान अविष्कार 20वीं सदी के

इस शृंखला की पिछली कडी मे हमने बात की थी 19वीं सदी के 7 महान अविष्कारों की. इस बार हम बात कर रहे हैं 20वीं सदी के उन महान अविष्कारों की जो आज हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. हालाँकि 20वीं सदी में कई बडी खोजें हुई और उनमें से मात्र 7 अविष्कार छाँटना काफी मुश्किल काम रहा -
व्यक्तिगत कम्प्यूटर
क्या आज कम्प्यूटर के बिना की दुनिया सोच सकते हैं? आज यह लेख भी अपने पीसी पर ही पढ रहे होंगे. कम्प्यूटर हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं. कम्प्यूटर का उपयोग यूँ तो द्वितीय विश्वयुद्ध के समय से ही शुरू हो गया था परंतु तब तक “पीसी” नहीं बने थे. परंतु 1976 में स्टीव वोज़िनिएक और स्टीफन जॉब्स से अपने घर के गैराज में एक कम्प्यूटर सिस्टम बनाया जो भविष्य में दुनिया भर में छा जाने वाला था – “एपल“. आज सोचिए पर्सनल कम्प्यूटर हमारे लिए कितने काम करता है. लाखों करोडों लोगों का रोजगार भी इन पर निर्भर है.
परमाणु ऊर्जा 
 वाष्प ऊर्जा ने जो काम 19वीं सदी में किया वही काम परमाणु ऊर्जा ने 20वीं सदी में किया. इस तकनीक ने दुनिया बदल दी और ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भाग निभाया और भारत जैसे देश के लिए तो यह आज समय की मांग बन चुकी है. परमाणु ऊर्जा जो प्रदुषण नहीं फैलाती, काफी सक्षम है और जिसकी सम्भावनाएँ अनंत है. बस जरूरत यह है कि इसका उपयोग सही तरीके से किया जाए. क्योंकि जरा सी चूक से इस पावर प्लांट के आसपास का पूरा इलाका रेडियो एक्टिव हो सकता है और यह जीवसृष्टि के लिए खतरनाक है. 1986 में रूस के शेरनोबिल की दुखद घटना को कौन भूल सकता है.
 टेलीविजन
 500 से अधिक चैनल. बात भारत की हो रही है. भारत में टीवी चैनल इतनी तेजी से बढ रहे हैं कि अब बैंडविथ की समस्या आने लगी है क्योंकि उपग्रहों के ट्रांसपोंडर कम पड रहे हैं परंतु नए टीवी चैनल लाने का क्रम कम नही हो रहा. आज लगभग हर घर में और कुछ हो ना हो टीवी जरूर होता है. टीवी पर आज पढाई की जाती है, मनोरंजन प्राप्त किया जाता है, खेल देखे जाते हैं, समाचार सुने जाते हैं, खरीददारी की जाती है, खेल खेले जाते हैं और अभी यह क्रांति काफी आगे जानी है. टीवी के बिना घर “घर” नहीं.
 हवाई जहाज
19वीं सदी में लोकोमोटिव के अविष्कार ने दुनिया छोटी की और 20वीं सदी में हवाई जहाज के अविष्कार ने तो दुनिया को गाँव ही बना दिया. अब लोग एक स्थान से दूसरे स्थान तेजी से पहुँच रहे हैं. और सिर्फ यही कैसे माना जाना चाहिए कि हवाई जहाज यानी नागरिक उड्डयन. इसके अन्य कई लाभ भी तो हैं – फसल पर छिडकाव, जंगलों मे आग लगने पर पानी से छिडकाव, चिट्ठियाँ और सामान पहुँचाना, युद्ध के समय काम आना, जासूसी करना… राईट बंधुओं को धन्यवाद.
रॉकेट विज्ञान
ऐसा तो नहीं कह सकते कि रॉकेट का अविष्कार 20वीं सदी में हुआ क्योंकि आज से 3000 वर्ष पहले चीन में रॉकेट बनाए जाने लगे थे और ग्रीक, रोमन तथा कुछ भारतीय राजाओं ने भी रॉकेट का इस्तेमाल किया था. परंतु तब रॉकेट मात्र डराने के लिए बने थे, वे छोटे थे और कम उपयोगी. असली बदलाव 20वीं सदी में आया. रॉकेट विज्ञान ने तेजी से प्रगति की और एक तरफ जहाँ मिसाइलें बनी तो दूसरी तरफ उपग्रह छोडने के लिए उपयोगी रॉकेट भी बने. यदि रॉकेट नहीं होते तो उपग्रह भी नहीं छोडे जाते, तो फिर ना तो जीपीएस सिस्टम होता, ना मौसम की जानकारी मिलती और ना ही सस्ते कॉल्स होते.
इंटरनेट
इंटरनेट नहीं होता तो अभी आप जो पढ रहे हैं वह सम्भव नहीं होता. कम्प्यूटर तो उपयोगी था ही परंतु इंटरनेट ने कम्प्यूटर दुनिया को बदल कर रख दिया. आज सोचिए इंटरनेट की मदद से दुनिया कितनी छोटी हो गई है (और सस्ती भी). अधिक गहराई तक ना भी सोचें तो भी यह तो हम सब जानते हैं कि इंटरनेट की मदद से आज दूर दूर बैठे लोग एक दूसरे से बात करते हैं और तस्वीरें देखते हैं और एक दूसरे के सम्पर्क में रहते हैं. इंटरनेट के बिना आज की दुनिया की कल्पना करना मुश्किल नहीं बल्कि नामुमकिन है. इंटरनेट नहीं तो कुछ नहीं.
रेडियो
 यदि आप सहमत ना हों तो सोचिए आज भारत में कितने हेम रेडियो स्टेशन हैं जो दूर दराज के छोटे गावों तक महत्वपूर्ण जानकारियाँ और मनोरंजन का माध्यम पहुँचा रहे हैं. द्वितीय विश्व युद्ध के समय रेडियो परिवार का केन्द्र हुआ करता था. तब रेडियो का वही महत्व था जो आज टीवी का है [राजेश खन्ना पर फिल्माया गया - आते जाते खूबसुरत आवारा रास्तों पे.. गाना याद कीजिए]. आज एफएम क्रांति ने रेडियो को फिर से नया जीवनदान दिया है. और फिर कार में तो अमूमन वही बजता है ना.

बुकी ने प्रेमिका को दी थी गिफ्ट में एक करोड़ की कोठी

जालंधर। शहर में सक्रिय बुकीज सट्टेबाजी से की गई काली कमाई से जहां धनकुबेर बन गए हैं, वहीं उनके कई रिश्तेदारों के दिन भी फिर गए हैं। एक बुकी ने तो अपनी प्रेमिका को शहर के पॉश एरिया में एक आलीशान कोठी गिफ्ट में दी है। इसकी कीमत करीब करोड़ रुपए बताई गई है। यह बुकी सट्टे की दुनिया का अब बादशाह बन चुका है।

वर्तमान में उसका डेरा राजधानी (दिल्ली) में ही है। एक अन्य बुकी के संपर्क में तो विदेशी लड़कियां भी हैं, जिनका इस्तेमाल वह गैरकानूनी धंधे में अपनी अच्छी पैठ बनाने के लिए कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि गैर कानूनी धंधे में मददगार बनने वाले विशेष लोगों को धन से लेकर अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। करीब चार साल पहले शहर के बीच चौराहे के निकट स्थित एक होटल में यह सट्टेबाज जुआ खेलता पकड़ा गया था। पुलिस ने जुआरियों के कमरे से दिल्ली की एक कालगर्ल को भी पकड़ा था। इस सट्टेबाज को सट्टा माफिया बच्चे को बुलाने में प्रयुक्त शब्द के नाम से जानता है। यह सट्टेबाज आईपीएल-3 में कानून की गिरफ्त में आ गया था, लेकिन उसे जमानत पर छुड़वाने के लिए एक बैंक अधिकारी व उसके रिश्तेदार ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगाया था।

विदेश में खोला होटल
वाल्मीकि गेट क्षेत्र से जुड़े एक बुकी की तो सट्टेबाजी के धंधे ने किस्मत ही पलट दी है। कभी सिपाही से डरने वाला यह बुकी अब पैसे के बल पर पुलिस तंत्र व राजनीति में अपनी अच्छी पैठ बना चुका है। इस सट्टेबाज ने विदेश में अपना होटल का कारोबार खोल लिया है।

हाईटेक पुलिस पर सवाल
डिप्टी सीएम से लेकर खुद राज्य के पुलिस प्रमुख के उस बयान पर सवाल उठने लगे हैं जिसमें कहा गया था कि पुलिस तंत्र के पास आधुनिक तकनीक से युक्त यंत्र आ चुके हैं। इनके जरिए साइबर क्राइम को रोक सकते हैं, लेकिन पुलिस इस तकनीक से किसी भी सट्टेबाज तक नहीं पहुंच पाई है।

टाई न होता तो कंगाल हो जाते बुकीज
भारत-इंग्लैंड के बीच हुए मैच पर हुई सट्टेबाजी के बाद ग्राहक व बुकी कंगाल होने से बच गए है। नियम के मुताबिक टाई हो जाने की सूरत में मैच पर हुई सट्टेबाजी रद्द हो गई। अगर इंडिया हार जाता तो बुकीज को मोटी कमाई हो सकती थी, लेकिन जीत से बुकीज कंगाल बन जाते। भारत की जीत पर करीब 85 प्रतिशत सट्टा लगा था। हालांकि बुकी को नेटवर्क को चलाने में खर्च किए गए धन का नुकसान ज़रूर हुआ है। उधर, जालंधर से जुड़े बुकीज पंचकूला में होने को लेकर हरियाणा पुलिस ने दबिश दी। यहां से जालंधर के बुकीज अपना बोरी-बिस्तरा उठा कर भाग निकले। मोहाली में होने वाले मैच को लेकर हरियाणा,मोहाली व चंडीगढ़ पुलिस बुकीज में नजर रखे हुए है।

सट्टे की काली कमाई से खरीदी जाती है जायदाद
बुकीज इतने शातिर हैं कि सट्टेबाजी से होनी वाली काली कमाई से जायदाद खरीद रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि एक सट्टेबाज ने तो शहर में कई ऐसी जायदाद खरीद ली है, जिसका मूल्य करोड़ों में है। कीमती इमारत के खरीदो-फरोख्त के समय बुकी उसके मालिक से सेटिंग कर सरकारी मूल्य के हिसाब से रजिस्ट्री करवा लेता और जबकि अन्य पैसे का भुगतान वह काले धन के जरिए कर देता है। बुकी के पकड़े जाने के बाद कभी इनकम टैक्स विभाग सक्रिय नहीं हुआ है।

ब्याज की रकम से होता भुगतान
शहर में सक्रिय बुकीज मैच के बाद भुगतान करने में मोटी रकम ब्याज पर लेते हैं। ब्याज पर पैसे का इंतजाम करने में रैनक बाजार से जुड़े एक शख्स का योगदान रहता है। यह शख्स विदेशी करेंसी खरीदने वाला मुख्य दुकानदार के तौर पर जाना जाता है। इसी के जरिए कई लोग अपना पैसा ब्याज पर देकर चांदी कूट रहे हैं। बुकी भी धंधे में पूरी ईमानदारी बरतते हैं। यही कारण है कि पैसे के लेनदेन को लेकर कभी इनमें मतभेद नहीं होता।

ऐसे होती है सट्टेबाजी
मैच पर होने वाली सट्टेबाजी का रेट इंग्लैंड से आता है और दुबई में बैठा बड़ा सट्टा माफिया इसे ऑपरेट करता है। दुबई से सारे नेटवर्क को चलाने के लिए जयपुर, मुंबई, अहमदाबाद और दिल्ली से सीधी लाइनें देश में फैले बुकीज को दी गई हैं। बुकीज ने अपने-अपने धंधे को चमकाने के लिए पंटर रखे हुए हैं।

पहला समलैंगिक क्रिकेटर - इंग्लैंड के विकेटकीपर ने किया ऐलान, हां मैं हूं गे

इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने अपने समलैंगिक विकेटकीपर का पूरा साथ देने का एलान किया है. इंग्लैंड के राष्ट्रीय टीम के विकेटकीपर स्टीवन डेविस ने खुलेआम इस बात को स्वीकार किया है कि वह समलैंगिक हैं. वह पहले समलैंगिक क्रिकेटर हैं.

डेविस ने ब्रिटेन के अखबार डेली टेलीग्राफ को दिए इंटरव्यू में अपने बारे में खुलासा करके सबको चौंका दिया. उनका कहना है, "मुझे लगता है कि मेरे लिए यही सही वक्त है. मैं काफी दिनों से इस बात को सार्वजनिक कर देना चाहता था. पिछले दो साल से मैं समलैंगिक के रूप में खुद को सहज महसूस कर रहा हूं."

डेविस का कहना है कि उन्होंने इस बात का एलान इसलिए किया क्योंकि वह समझते हैं कि जितने ज्यादा लोग इस बात के बारे में बताएंगे, इसकी स्वीकारोक्ति उतनी ज्यादा होगी. डेविस इंग्लैंड की उस टीम में शामिल थे, जिसने हाल में ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज जीती है. हालांकि उन्हें टेस्ट मैच खेलने का मौका नहीं मिला. डेविस इंग्लैंड की ओर से आठ वनडे मैच खेल चुके हैं. उन्हें वर्ल्ड कप के 30 खिलाड़ियों में रखा गया पर मौजूदा 15 सदस्यों वाली टीम में शामिल नहीं हैं. उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले ही उन्होंने टीम के साथियों से अपने समलैंगिक होने की बात बता दी और उन्हें पूरा समर्थन मिला.

मिलीं तारीफें

इंग्लैंड के विकेटकीपर के खुलासे के बाद इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल ने बैंगलोर में कहा, "डेविस के पास शानदार भविष्य है और उसका खेल ही सबसे ज्यादा अहम है. हमें एशेज सीरीज से पहले ही इस बात का पता था. इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता. वह हमारी टीम में बहुत लोकप्रिय है और मेरा तो बहुत अच्छा दोस्त है."

बेल ने बताया, "वह सबसे पहले एंडी फ्लावर (इंग्लैंड के कोच) के पास गया और उसके बाद यह बात टीम को पता चली. मुझे नहीं लगता कि इससे टीम के किसी खिलाड़ी को कोई फर्क पड़ा है."

फ्लावर ने भी डेविस का साथ दिया. उन्होंने कहा, "स्टीव की निजी जिन्दगी उसकी अपनी है."

डेविस ने अपने परिवार को पांच साल पहले ही यह बात बता दी थी. बाएं हाथ के बल्लेबाज डेविस ने वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2009 में ट्वेन्टी20 मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरुआत की. उसी साल उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला. हालांकि वह टेस्ट मैच नहीं खेल पाए हैं

धोनी टीम इंडिया की ढीली फील्डिंग से खफा

बेंगलुरु।। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी टीम इंडिया की ढीली फील्डिंग और अंपायर के फैसले की समीक्षा प्रणाली (यूडीआरएस) से खासे खफा हैं। भारत के क्रिकेट वर्ल्ड कप में संडे रात यहां इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप 'बी' मैच के रोमांचक संघर्ष के बाद टाई रहने पर उनका अनुभव मिला जुला रहा।

संडे रात इंग्लैंड के बल्लेबाज इयान बेल को करीबी मामले में नॉटआउट देने के फैसले की बाबत धोनी ने कहा, 'सोच के साथ प्रौद्योगिकी का मिश्रण बुरा है। यही कारण है कि हमें वह विकेट नहीं मिला। मैं उम्मीद करता हूं कि अगली बार या तो प्रौद्योगिकी होगी या फिर मानवीय सोच।'

यहां चिन्नास्वामी स्टेडियम में बेल को मैदानी अंपायर बिली बॉउडेन और तीसरे अंपायर ने नॉटआउट करार दिया जबकि टीवी रीप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद स्टंप से टकरा रही थी। 26 वें ओवर में युवराज सिंह की अंतिम गेंद जब बेल के पैड पर लगी तो तब वह 17 रन बनाकर खेल रहे थे और बाद में उन्होंने 69 रन बनाए। उन्होंने कहा, 'हॉकआई कह रही है कि गेंद स्टंप से टकरा रही है तो फिर इसका कोई कारण नहीं है कि अपील ठुकरा दी जाए।'

भारत ने सचिन तेंडुलकर की रेकॉर्ड पांचवें वर्ल्ड कप सेंचुरी की मदद से भारत ने 338 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था, लेकिन इसके बावजूद टीम लगभग मैच हार ही गई थी। धोनी ने उम्मीद जताई कि यह टाई मुकाबला उनकी टीम को फील्डिंग की अहमियत महसूस कराने मे मदद करेगा। धोनी ने कहा, ' मैच के टाई रहने के बाद टीम का हर खिलाड़ी समझ जाएगा कि एक रन भी अहम होता है। भारत के कई मजबूत पक्ष हैं लेकिन फील्डिंग उनमें से एक नहीं है। हम फील्डिंग में तो तुरंत सुधार नहीं कर सकते, लेकिन हमारे पास बॉलिंग में सुधार करने के लिए प्रतिभा मौजूद है। मेरे पास 49वें ओवर में पीयूष चावला को गेंद सौंपने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। वीरेंद्र सहवाग गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं और युवराज मौजूदा थे, लेकिन मैंने हमेशा विशेषज्ञ गेंदबाज को तरजीह दी है।'

ग्रेम स्वान और टिम ब्रेसनैन ने 49वें ओवर में 15 रन बटोरे और इंग्लैंड को जीत के काफी करीब पहुंचा दिया था। उन्होंने कहा, 'मैं नतीजे से निराश नहीं हूं, लेकिन बहुत खुश भी नहीं हूं। मेरा अनुभव मिला जुला रहा। ऐसा समय आया, जब हम हार सकते थे। फिर मैच में ऐसा समय भी आया जब हम मैच जीत सकते थे। जहां तक तेज गेंदबाज आशीष नेहरा की बात है तो मैं चाहता हूं कि नेहरा एकदम फिट हो जाएं।'

Joker to take Akshay's career to a new level- Shirish Kunder

Mumbai (Bollypatrika News): 2010 was not a good year for Akshay Kumar. Apart from “Housefull”, his remaining films “Tees Maar Khan”, “Action Replay” and “Khatta Meetha” were all box-office dismals.

So 2011 is indeed a crucial year for him. Shirish Kunder, the director of “Joker” claimed “Joker will take Akshay’s career to a new level and change his image.

He said further, “It’s a sure shot box office success.” The film has Akshay Kumar and Sonakshi Sinha in the lead role.

The two are presently busy shooting in Chandigarh. The film will also have Katrina Kaif in a cameo.

Hope Shirish Kunder’s prediction comes true and their upcoming film “Joker” taste box office success.

Shobhaa De to write a book on Bebo?

Good news for all Kareena fans! Wondering what? Well, rumor has it that Kareena's life will soon be penned down by famous Indian columnist and novelist Shobhaa De.

Reportedly, Kareena and Shobhaa were spotted having numerous meetings in last six months as a matter of contention.

It's believed that Shobhaa De, who will be publishing the book, will rope in some writers to help her. Though the book will have Bebo's stamp, its yet to be known whether she will be writing an overture, just like she did for her dietician's books.

More about the book
Hold on. It won't be an “authorised biography” of the Kapoor lassie, rather it will give details about Kareena's journey as Karisma Kapoor's sister to “the Kareena Kapoor”.

According to a source familiar with the matter, “There is a lot of speculation about whether it is going to be an authorised biography on Bebo, but that’s not the case.”

“It will be on the lines of an acclaimed book based on Victoria Beckham. The book will trace how Kareena Kapoor became the brand Kareena Kapoor... how she became a name to reckon with from just being Lolo’s (Karisma Kapoor) sister.

“The book will talk about her sense of style, her influences, her idols and how she became a name in Bollywood to reckon with. It’s a little different from a biography in the strict sense of the term,” the source added.

Wondering whether the book will share tad about her current beau Saif or ex-flame, Shahid.

When will Saifeena get married?
On one end, where Saif's sister Soha Ali Khan, who's currently dating Kunal Khemu, is planning to get hitched after two years, nothing seems to be confirmed from Saif's side.

Recently, when Soha was questioned whether she would be tying the knot before Saif, the actress had said, “If I have to wait for Saif to get married, I may have to wait for another ten years! You just never know with him.”

Interestingly, Saifeena had disclosed their plans of getting hitched sometime in 2012.

Housefull 2 to release its first teaser promo

Director Sajid Khan's upcoming movie Housefull 2 is yet to be released but the director is completely ready to give the first preview of the film. The film Housefull 2 is the sequel of his hit comedy House full. The director will release its teaser promo during the cricket World Cup.

The film is produced by Sajid Nadiadwala and it has been scheduled to release next year. Akshay Kumar, John Abraham, Rishi Kapoor, Randhir Kapoor, Asin, Rahul Khanna, Jacqueline Fernandez and Mithun Chakraborty are the stars in the upcoming film.

The first part of the Housefull had done a good job at the box office. Ritiesh Deshmukh, Lara Dutta, Deepika Padukone, Boman Irani, Arjun Rampal, Jia Khan and Akshay had been the part this film.

Nadiawala has been trying his level best to make sure that the film comes out with the flying colours at the box office. He has planned to shoot the film at some beautiful locations and also offer some foot-tapping music. Housefull
2 is expected to be a big budget movie of the upcoming season.

Shahid Kapur can't imagine living without love

Actor Shahid Kapur’s in a dilemma of sorts. It’s the Bollywood star’s birthday today, but he’s still undecided about his birthday wish.

“I’ve just lived my biggest dream and it’s hard to find a wish that would top that,” smiles Shahid referring to his recent F-16 flight that he undertook as a co-pilot, making him the first B-Town actor to do so. Revealing his plans for the day, the actor says he will be taking a break from his shoot to celebrate. “My family is still in Punjab for the shoot, so I will bring in my birthday with a couple of close friends here.”

Talking about Mausam, the actor reveals that he’s much-excited about working in his dad Pankaj Kapur’s film. But working with his father is not the only reason why the film’s extremely special to Shahid’s heart. “I’m playing an Air Force officer in the film, something that’s always been my childhood dream. They are the real heroes. I think we as youth can really look up to them for inspiration.” The actor points out that it’s for this reason that he also supports the DNA India Positive campaign. “I appreciate the fact that DNA’s India Positive campaign has such a strong youth connect. It can really motivate them to realise their youth power,” he says.

Gung ho about his professional life, Shahid admits to being in a “beautiful phase of his life” personally too, even though he still prefers to be mum about reports of good friend Priyanka Chopra being the cause for it. “What can I say about her that I haven’t said already,” he quips. “As a co-star she is fabulous, as a friend even more,” says Shahid, unfazed by the fact that Chopra is giving his birthday a skip. “As for love, I’ve never stopped believing in it, no matter what my experiences. It’s a beautiful emotion and I can’t imagine living without it.” So, is love on his wish list? “May be, as of now, sky’s the limit for me,” smiles Shahid. Well, only in this case, it’s quite literally too!