नई दिल्ली। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि कोई शख्स किसी मुर्दा के साथ इतने लंबे समय तक रह सकता है। आपको यह हैरान की बात भले लगे लेकिन यह सच पूरी तरह से सच है। दिल्ली में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां पर एक बेटी ने अपनी मां की लाश के साथ 120 दिन बिताए।
उसकी मां की मौत हो चुकी थी लेकिन उसने ये मानने से इनकार कर दिया। उसे अपनी मां से इतनी मोहब्बत थी कि उसने मां का अंतिम संस्कार तक नहीं किया और अपनी मां के साथ बेडरूम में 120 दिन गुजार दिए।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को दिल्ली जलबोर्ड का एक कर्मचारी मीटर की रीडिंग लेने पहुंचा और उस दौरान उसे बदबू का अहसास हुआ। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जब शालिनी के घर पहंची तो पूरा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। पलंग पर शालिनी की मां की लाश रखी हुई थी। उसे दो मोटे कंबल से ढका हुआ था।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। गौरतलब है कि शालिनी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। मां की मौत उसके लिए झटका था। वो उससे जुदा नहीं होना चाहती थी। यही वजह है कि उसने बेजान मां की लाश का अंतिम संस्कार तक नहीं किया।
उसकी मां की मौत हो चुकी थी लेकिन उसने ये मानने से इनकार कर दिया। उसे अपनी मां से इतनी मोहब्बत थी कि उसने मां का अंतिम संस्कार तक नहीं किया और अपनी मां के साथ बेडरूम में 120 दिन गुजार दिए।
इस मामले का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को दिल्ली जलबोर्ड का एक कर्मचारी मीटर की रीडिंग लेने पहुंचा और उस दौरान उसे बदबू का अहसास हुआ। उसने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस जब शालिनी के घर पहंची तो पूरा सामान इधर-उधर बिखरा पड़ा था। पलंग पर शालिनी की मां की लाश रखी हुई थी। उसे दो मोटे कंबल से ढका हुआ था।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। गौरतलब है कि शालिनी की मानसिक हालत ठीक नहीं है। मां की मौत उसके लिए झटका था। वो उससे जुदा नहीं होना चाहती थी। यही वजह है कि उसने बेजान मां की लाश का अंतिम संस्कार तक नहीं किया।
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