Monday 28 February 2011

बुकी ने प्रेमिका को दी थी गिफ्ट में एक करोड़ की कोठी

जालंधर। शहर में सक्रिय बुकीज सट्टेबाजी से की गई काली कमाई से जहां धनकुबेर बन गए हैं, वहीं उनके कई रिश्तेदारों के दिन भी फिर गए हैं। एक बुकी ने तो अपनी प्रेमिका को शहर के पॉश एरिया में एक आलीशान कोठी गिफ्ट में दी है। इसकी कीमत करीब करोड़ रुपए बताई गई है। यह बुकी सट्टे की दुनिया का अब बादशाह बन चुका है।

वर्तमान में उसका डेरा राजधानी (दिल्ली) में ही है। एक अन्य बुकी के संपर्क में तो विदेशी लड़कियां भी हैं, जिनका इस्तेमाल वह गैरकानूनी धंधे में अपनी अच्छी पैठ बनाने के लिए कर रहा है। सूत्र बताते हैं कि गैर कानूनी धंधे में मददगार बनने वाले विशेष लोगों को धन से लेकर अन्य सुविधाएं दी जाती हैं। करीब चार साल पहले शहर के बीच चौराहे के निकट स्थित एक होटल में यह सट्टेबाज जुआ खेलता पकड़ा गया था। पुलिस ने जुआरियों के कमरे से दिल्ली की एक कालगर्ल को भी पकड़ा था। इस सट्टेबाज को सट्टा माफिया बच्चे को बुलाने में प्रयुक्त शब्द के नाम से जानता है। यह सट्टेबाज आईपीएल-3 में कानून की गिरफ्त में आ गया था, लेकिन उसे जमानत पर छुड़वाने के लिए एक बैंक अधिकारी व उसके रिश्तेदार ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगाया था।

विदेश में खोला होटल
वाल्मीकि गेट क्षेत्र से जुड़े एक बुकी की तो सट्टेबाजी के धंधे ने किस्मत ही पलट दी है। कभी सिपाही से डरने वाला यह बुकी अब पैसे के बल पर पुलिस तंत्र व राजनीति में अपनी अच्छी पैठ बना चुका है। इस सट्टेबाज ने विदेश में अपना होटल का कारोबार खोल लिया है।

हाईटेक पुलिस पर सवाल
डिप्टी सीएम से लेकर खुद राज्य के पुलिस प्रमुख के उस बयान पर सवाल उठने लगे हैं जिसमें कहा गया था कि पुलिस तंत्र के पास आधुनिक तकनीक से युक्त यंत्र आ चुके हैं। इनके जरिए साइबर क्राइम को रोक सकते हैं, लेकिन पुलिस इस तकनीक से किसी भी सट्टेबाज तक नहीं पहुंच पाई है।

टाई न होता तो कंगाल हो जाते बुकीज
भारत-इंग्लैंड के बीच हुए मैच पर हुई सट्टेबाजी के बाद ग्राहक व बुकी कंगाल होने से बच गए है। नियम के मुताबिक टाई हो जाने की सूरत में मैच पर हुई सट्टेबाजी रद्द हो गई। अगर इंडिया हार जाता तो बुकीज को मोटी कमाई हो सकती थी, लेकिन जीत से बुकीज कंगाल बन जाते। भारत की जीत पर करीब 85 प्रतिशत सट्टा लगा था। हालांकि बुकी को नेटवर्क को चलाने में खर्च किए गए धन का नुकसान ज़रूर हुआ है। उधर, जालंधर से जुड़े बुकीज पंचकूला में होने को लेकर हरियाणा पुलिस ने दबिश दी। यहां से जालंधर के बुकीज अपना बोरी-बिस्तरा उठा कर भाग निकले। मोहाली में होने वाले मैच को लेकर हरियाणा,मोहाली व चंडीगढ़ पुलिस बुकीज में नजर रखे हुए है।

सट्टे की काली कमाई से खरीदी जाती है जायदाद
बुकीज इतने शातिर हैं कि सट्टेबाजी से होनी वाली काली कमाई से जायदाद खरीद रहे हैं। सूत्र बताते हैं कि एक सट्टेबाज ने तो शहर में कई ऐसी जायदाद खरीद ली है, जिसका मूल्य करोड़ों में है। कीमती इमारत के खरीदो-फरोख्त के समय बुकी उसके मालिक से सेटिंग कर सरकारी मूल्य के हिसाब से रजिस्ट्री करवा लेता और जबकि अन्य पैसे का भुगतान वह काले धन के जरिए कर देता है। बुकी के पकड़े जाने के बाद कभी इनकम टैक्स विभाग सक्रिय नहीं हुआ है।

ब्याज की रकम से होता भुगतान
शहर में सक्रिय बुकीज मैच के बाद भुगतान करने में मोटी रकम ब्याज पर लेते हैं। ब्याज पर पैसे का इंतजाम करने में रैनक बाजार से जुड़े एक शख्स का योगदान रहता है। यह शख्स विदेशी करेंसी खरीदने वाला मुख्य दुकानदार के तौर पर जाना जाता है। इसी के जरिए कई लोग अपना पैसा ब्याज पर देकर चांदी कूट रहे हैं। बुकी भी धंधे में पूरी ईमानदारी बरतते हैं। यही कारण है कि पैसे के लेनदेन को लेकर कभी इनमें मतभेद नहीं होता।

ऐसे होती है सट्टेबाजी
मैच पर होने वाली सट्टेबाजी का रेट इंग्लैंड से आता है और दुबई में बैठा बड़ा सट्टा माफिया इसे ऑपरेट करता है। दुबई से सारे नेटवर्क को चलाने के लिए जयपुर, मुंबई, अहमदाबाद और दिल्ली से सीधी लाइनें देश में फैले बुकीज को दी गई हैं। बुकीज ने अपने-अपने धंधे को चमकाने के लिए पंटर रखे हुए हैं।

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